रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-
हूँ।
श्रेष्ठ है।
बड़ा है।
परन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्ण
नगरी है।
श्रेष्ठ हूँ।
बड़ा है।
हूँ।
रणभूमि में मैं तुमसे परास्त हो
गया।
तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है,
और
मेरा भाई मेरे खिलाफ..............????
सदा साथ रहिये सदा विजय रहिये ......
सभी को कोशिश करनी चाहिए की कभी परिवार टूटे नही।
अंदरुनी एकता बनाये रखो । क्योकि-
''किसी भी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता ।''
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता ।''
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